आदिवासी अंचल में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई कार्तिक पूर्णिमामाँ नर्मदा आश्रम बरर में पूज्य स्वामी शिवानंद जी महाराज के सानिध्य में हुआ भव्य सत्संग एवं दर्शन मेला।

लोरमी, 7 नवम्बर 2025।
आदिवासी अंचल में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। लोरमी स्थित माँ नर्मदा आश्रम बरर में इस पावन अवसर पर पूज्य श्री श्री 108 स्वामी शिवानंद जी महाराज के सानिध्य में एकदिवसीय सत्संग एवं दर्शन मेला का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्वामी शिवानंद जी ने माँ नर्मदा जी को श्रीफल अर्पित कर दीपदान किया और सभी भक्तों के मंगल, सुख और समृद्धि की कामना की। अपने प्रेरक प्रवचन में स्वामी जी ने कहा—
> “गुरु तत्व तब तक शिष्य का साथ नहीं छोड़ता जब तक वह मुक्त न हो जाए।”
उन्होंने गुरु-शिष्य परंपरा की महिमा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए भक्तों को धर्म, सेवा और साधना के मार्ग पर अग्रसर रहने का संदेश दिया।
सत्संग के पश्चात आयोजित सांस्कृतिक संध्या में क्षेत्रीय कलाकारों ने भक्ति गीतों, नृत्य और लोक प्रस्तुतियों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। देर रात तक श्रद्धालु भक्ति रस में डूबे रहे।
कार्यक्रम का समापन विशाल भंडारे के साथ हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन को सफल बनाने में प्रबंध समिति, सेवा समिति के सदस्यों सहित बिलासपुर, कोरबा, मुंगेली, लोरमी, कोटा, बेलगहना, कोंचरा, दारसागर, कंचनपुर आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में भक्तों का योगदान रहा।



