मुंगेली पुलिस का बड़ा खुलासा: 50 हज़ार की सुपारी से हुई दाबों हत्या, प्रबंधक नेतराम ने रची साजिश – पाँच आरोपी गिरफ्तार।

मुंगेली। जिले के फास्टरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम दाबों में हुए सनसनीखेज अंधे कत्ल की गुत्थी को मुंगेली पुलिस ने महज़ नौ दिनों में सुलझाकर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री नवनीत कौर छाबड़ा के पर्यवेक्षण में गठित विशेष टीम ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए हत्या के मुख्य साजिशकर्ता नेतराम साहू सहित पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला कैसे खुला
10 सितम्बर की रात करीब 9 बजे नवोदय विद्यालय के पास दाबों रोड किनारे बैठे हेमप्रसाद साहू की लोहे की पाइप से वार कर हत्या कर दी गई थी। हमलावर उसका मोबाइल और उसके साथी हेमचंद साहू का मोटरसाइकिल लूटकर फरार हो गए थे। मामला अंधे कत्ल जैसा प्रतीत हो रहा था। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर तंत्र के जरिए सुराग जुटाए। एक संदेही, सुनील साहू, की गतिविधियों पर नजर रखकर उसे झझपुरीकलां (लोरमी) से घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ—सुनील ने कबूला कि उसके जीजा नेतराम साहू ने ग्राम सिल्ली से जुड़ी पुरानी रंजिश के चलते अपने विरोधी के बेटे की हत्या कराने के लिए 50,000 रुपये की सुपारी दी थी।
हत्या की साजिश और वारदात
नेतराम, जो तरवरपुर धान खरीदी सोसायटी में प्रबंधक था, अपनी बर्खास्तगी और दोबारा नियुक्ति के विवाद को लेकर तुलसी साहू और उसके बेटे नरेन्द्र साहू उर्फ पप्पू से नाराज था। अदालत के आदेश से बहाली मिलने के बाद भी वे उसे ड्यूटी जॉइन करने नहीं दे रहे थे। इसी खुन्नस में उसने पप्पू को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
सुनील ने अपने साथी शुभम पाल, गौकरण साहू और एक नाबालिग को साथ लिया। 10 सितम्बर की शाम, चारों ने लोहे की पाइपें तैयार कीं, बोलेरो और मोटरसाइकिल से दाबों पहुँचे, पहले शराब पी, फिर टारगेट की पहचान पक्की करने के बाद हेमप्रसाद पर हमला कर दिया। साथी हेमचंद किसी तरह बच निकला।
पुलिस की तेज कार्रवाई
साइबर सेल व थाना टीम ने बिलासपुर और आसपास छापेमारी कर चारों आरोपियों को धर दबोचा। उनके निशानदेही पर दो लोहे की पाइप, मृतक का मोबाइल, प्रार्थी का मोटरसाइकिल, वारदात में प्रयुक्त बाइक और बोलेरो वाहन जब्त किया गया।
गिरफ्तार आरोपी
1. नेतराम साहू (43) – साजिशकर्ता, निवासी सिल्ली
2. सुनील साहू (20) – पौनी पुसेरा, पण्डरिया
3. शुभम पाल (18) – चकरभांठा, बिलासपुर
4. गौकरण साहू (20) – बड़े पौनी, मुंगेली
5. एक विधि संघर्षरत बालक – नाम गोपनीय
सभी को 18 सितम्बर को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। नाबालिग आरोपी को पृथक प्रक्रिया के तहत न्यायालय प्रस्तुत किया गया।
पुलिस का संदेश
एसपी भोजराम पटेल ने कहा, “यह हत्या एक सोची-समझी साजिश थी। हमारी टीम ने तेजी से काम कर आरोपियों को गिरफ्तार कर कानून का भय कायम किया है।” उन्होंने विशेष टीम और साइबर सेल की तत्परता की सराहना की।
कार्रवाई में शामिल अधिकारी
फास्टरपुर थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गिरिजाशंकर यादव, साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक सुशील बंछोर सहित पूरी टीम—पारखराम साहू, नरेश यादव ,विजय बंजार, लोकेश राजपूत, रवि जांगड़े, यशवंत डाहिरे और अन्य कर्मियों ने अहम भूमिका निभाई।
यह खुलासा न सिर्फ पुलिस की तत्परता बल्कि तकनीकी जांच और मुखबिर नेटवर्क की मजबूती को भी दर्शाता है। मुंगेली पुलिस ने साबित कर दिया कि कानून के शिकंजे से अपराधी बच नहीं सकते।



