देवी अहिल्या बाई होलकर जयंती लोरमी में मनाया गया।

लोरमी 26 अक्टूबर 2024
इंदौर की महारानी देवी अहिल्याबाई होलकर जी के तीन सौवीं जयंती वर्ष आयोजन समिति लोरमी द्वारा अनेक स्कूलों,कॉलेजों में उनके जीवन प्रसंगों को बताया गया।इस पुनीत अवसर सर्वप्रथम महाराणा प्रताप उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झाफल में प्रार्थना सभा में देवी माता के कार्यों का बखान किया गया।मुख्य वक्ता सामाजिक कार्यकर्ता गणेश साहू ने संघर्ष की कहानी को बयां किया।

मां भारती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी संचालक संजय शर्मा के आतिथ्य पर बच्चों को होलकर जी की कठिन परिस्थितियों में लड़कर प्रशासन करने की कहानी बताए गए।अनुशासित जीवन और न्यायप्रिय शासन प्रणाली का सर्वोत्तम उदाहरण रेखांकित किए गए।न्यू जनरेशन पब्लिक स्कूल के 1500 छात्रों को निबंध लेखन,चित्रकला,संवाद सत्र आयोजित करने प्रेरित किया गया।अपने उद्बोधन में राजकुमार कश्यप ने मिनीमाता कॉलेज लोरमी में इतिहास की भूलों और वर्तमान में शिक्षा पाठ्यक्रम में होलकर जी के प्रयासों को पढ़ाने का आग्रह किए।कॉलेज के युवक युवतियों को देशप्रेम के लिए आग्रह करते हुए नशा नहीं करने,भ्रमित नहीं होने,देश के गद्दारों की पहचान करने और अपने आसपास सेवा कार्यों की श्रृंखला चलाने का आह्वान किया।वर्तमान समय में युवाओं का राष्ट्र निर्माण में योगदान के बिंदुओं को समझाया।

वहीं समाजसेवी संजय राजपूत ने पूर्वजों के जीवन को वर्तमान पीढ़ी के लिए अनिवार्य पढ़ने योग्य बताया।रानी पद्मावती अपने मान सम्मान और स्वाभिमान के लिए जलती हुई आग में 30000 मातृशक्तियों के साथ जौहर हो गई।अहिल्याबाई होलकर ने मानवता लोक कल्याण सेवा कार्य के माध्यम से मंदिर निर्माण सड़क निर्माण कर जनमानस को सुविधा देने का कार्य की इसीलिए उनको लोकमाता कहा जाता है।इस कार्य में खंडकार्यवाह प्रदीप उपाध्याय, कीर्ति वैष्णव, देवेंद्र पांडे,ताम्रध्वज कश्यप उपस्थित रहे।