आक्रोश भड़का: 10 गांवों के लोगों ने शराब दुकान के खिलाफ किया ज़ोरदार प्रदर्शन, कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन

लोरमी। देवरहट में संचालित शराब दुकान के विरोध में आसपास के 10 गांवों के ग्रामीणों ने विशाल प्रदर्शन करते हुए दुकान को तत्काल बंद कराने की मांग उठाई। विरोध की सबसे प्रभावशाली तस्वीरें छात्राओं की रहीं, जो हाथों में तख्तियां लेकर नारा लगा रही थीं—
“हमें चाहिए कलम और पट्टी, नहीं चाहिए दारू भट्टी।”
ग्रामीणों का कहना है कि शराब दुकान और उसके आसपास चल रही अवैध चखना दुकानों की वजह से छात्राओं व महिलाओं को रोजाना छींटाकसी और छेड़छाड़ का सामना करना पड़ता है। दो दिन पहले शराब के नशे में मनचलों द्वारा छात्राओं से की गई छेड़छाड़ की घटना ने इलाके में जबरदस्त आक्रोश पैदा कर दिया।
पालकों ने साफ कहा कि यदि दुकान बंद नहीं हुई तो बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर देंगे।

धरना समाप्त होने के बाद ग्रामीणों ने 6 सूत्रीय मांगों वाला ज्ञापन तहसीलदार को कलेक्टर के नाम सौंपा। मुख्य मांगों में शराब दुकान का तुरंत हटाना/विस्थापन, अवैध चखना दुकानों पर कार्रवाई, बढ़ते अपराधों पर रोक और आवागमन मार्ग को सुरक्षित बनाना शामिल है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में जनपद सभापति विद्यानंद चंद्राकर, जनपद सदस्य हरिशंकर कश्यप, तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण और छात्राएं शामिल रहीं।
यह मामला अब गांवों में जनआंदोलन का रूप लेता दिख रहा है, जिससे प्रशासन की अगली कार्रवाई पर सभी की नजरें टिक गई हैं।



