आदिवासी शिक्षकों के दुर्भावनापूर्ण तबादले के विरोध में अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ ने जताया आक्रोश…


मुंगेली, 16 अक्टूबर 2025।
छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ, जिला मुंगेली ने कबीरधाम जिले के आदिवासी समाज के 10 शिक्षकों के दुर्भावनापूर्ण स्थानांतरण आदेश को तत्काल निरस्त करने की मांग की है। संघ ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम, एवं स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव को ज्ञापन प्रेषित किया है।
संघ के जिलाध्यक्ष अकत ध्रुव ने बताया कि दिनांक 08 अक्टूबर 2025 को स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर द्वारा जारी आदेश क्रमांक ESTB-102(3)/449/2025/20 तीन के माध्यम से कबीरधाम जिले के आदिवासी समाज से संबंधित 10 शिक्षकों का शिक्षण सत्र के मध्य मनमाने ढंग से तबादला किया गया है।
उन्होंने कहा कि ये सभी शिक्षक छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ, जिला इकाई कबीरधाम के पदाधिकारी हैं तथा वर्षों से पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ शिक्षण कार्य कर रहे हैं। उनके विरुद्ध विद्यालय या क्षेत्र स्तर पर किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं है।
फिर भी केवल एक ही समाज के शिक्षकों को निशाना बनाकर स्थानांतरित किया जाना, स्पष्ट रूप से पूर्वाग्रह और जातिगत भेदभाव का उदाहरण है। संघ ने इसे आदिवासी शिक्षकों के प्रति प्रताड़ना करार देते हुए कहा कि यह कार्यवाही एक्ट्रोसिटी एक्ट के दायरे में आती है।
संघ के संरक्षक अजीत पुजारी तथा प्रांतीय अध्यक्ष आर.एन. ध्रुव ने भी इस आदेश को तत्काल रद्द करने की मांग की है। संगठन के अन्य पदाधिकारियों — सुरेश सोरी (उपाध्यक्ष), उत्तम ध्रुव (महासचिव), भगवान सिंह (मीडिया प्रभारी), विरेन्द्र मरावी (प्रवक्ता) सहित सभी ने सरकार से दोषी अधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करने की अपील की है।
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते दुर्भावनापूर्ण स्थानांतरण आदेश को निरस्त नहीं किया गया, तो संगठन राज्यव्यापी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा, उक्त अवसर पर जिलाध्यक्ष अकत सिंह, रामायण मरावी, रामेश्वर सिंह ध्रुव, विरेंद्र मरावी, ओमप्रकाश सिंह ध्रुव, जलाराम सिंद्राम, छत्रपाल सिंह ध्रुव उपस्थित रहे।



