श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी वर्ष को समर्पित भव्य शहीदी यात्रा।

03 से 12 अक्टूबर 2025 तक छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से होकर गुजरेगी यात्रा
रायपुर/लोरमी। सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में तथा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व समस्त साध-संगत के सहयोग से श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी वर्ष को समर्पित शहीदी यात्रा का शुभारंभ 3 अक्टूबर को रायपुर से हुआ। यह ऐतिहासिक यात्रा प्रदेश के विभिन्न जिलों से होकर निकलेगी और 12 अक्टूबर को रायपुर गुरुद्वारा स्टेशन रोड में समापन होगा।
यात्रा का विशेष पड़ाव : लोरमी
इस पावन यात्रा का आगमन 05 अक्टूबर को सुबह 11 बजे लोरमी में होगा। यहां गुरुद्वारा गुरूसिंघ सभा लोरमी एवं गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अनिल सलूजा के नेतृत्व में समिति के पदाधिकारी व समस्त संगत द्वारा यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा।
यात्रा के स्वागत कार्यक्रम में प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव को भी आमंत्रित किया गया है। गुरुद्वारा कमेटी के सभी सदस्य आज शाम 7 बजे लोरमी पहुँचने वाले डिप्टी सीएम को व्यक्तिगत रूप से निमंत्रण देंगे।
यात्रा मार्ग और आयोजन
यात्रा की शुरुआत 3 अक्टूबर को रायपुर गुरुद्वारा स्टेशन रोड से हुई।
डोंगरगढ़, कवर्धा, मुंगेली, बिलासपुर, कोरबा, अम्बिकापुर, रायगढ़, महासमुंद, धमतरी, बलौदाबाजार होते हुए यह यात्रा प्रदेशभर के प्रमुख गुरुद्वारों तक पहुँचेगी।
प्रतिदिन अलग-अलग स्थानों पर नगर कीर्तन, कीर्तन दरबार और गुरु का लंगर आयोजित होगा।
12 अक्टूबर को रायपुर गुरुद्वारा स्टेशन रोड पहुँचकर यात्रा का भव्य समापन होगा।
श्रद्धा और भक्ति का संगम
यह यात्रा सिक्ख समाज ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए आस्था और भक्ति का पर्व बन चुकी है। “तेग बहादर सिमरिए, घर नऊ निधि आवै धाए” के भाव से गूंजते हुए शबद-कीर्तन, गुरबाणी और संगत का संगम छत्तीसगढ़ के हर नगर को पावन बना रहा है।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी अनिल सलूजा, सरदार रणजीत सिंह सलूजा, अशोक सलूजा, अमन सलूजा , रिक्की सलूजा, गुरुमीत सलूजा, राजा सलूजा, और शुभम सलूजा आकाश सलूजा ,मोंटी सलूजा , ने संगत से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस ऐतिहासिक यात्रा को सफल बनाने का आग्रह किया है।



