
मुंगेली। प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती—इसे साबित कर दिखाया है मुंगेली जिले के दाबो स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय के कक्षा 8वीं के छात्र वंशराज टोन्डर ने। महज़ 13 साल की उम्र में वंशराज ने ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जिसे बनाने के लिए आमतौर पर 11वीं-12वीं के विद्यार्थियों का अनुभव जरूरी माना जाता है। इस उपलब्धि ने न केवल स्कूल बल्कि पूरे मुंगेली जिले का नाम रोशन कर दिया है।
वंशराज, अखिल टोन्डर और श्रीमती प्रेमलता टोन्डर के पुत्र हैं। उनके इस कार्य के पीछे विद्यालय के प्राचार्य देवेन्द्र कुमार साहू का निरंतर मार्गदर्शन और उत्साहवर्धन रहा। इसके अलावा मितेशवरी साकार, रंजना यादव, मनीषा आचार्य, अनुरुद्ध पाटेल, अर्पना नामदेव धुर्वे, टीजीटी विज्ञान पीजीवाई भौतिक एवं पीजीटी रसायन के शिक्षकों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
प्राचार्य साहू ने कहा, “वंशराज ने साबित किया है कि लगन और मेहनत से असंभव भी संभव हो सकता है। यह उपलब्धि अन्य छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा बनेगी। हमें नई तकनीक सीखने और कुछ नया करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।”
विद्यालय प्रबंधन ने वंशराज को लैपटॉप और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस सम्मान से विद्यालय और जिले में खुशी का माहौल है। अभिभावकों और शिक्षकों का मानना है कि यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ी को तकनीकी नवाचार की ओर प्रेरित करेगी और शिक्षा के नए आयाम खोलेगी।
मुंगेली जिले के इस नन्हे सॉफ्टवेयर डेवलपर ने दिखा दिया है कि सही मार्गदर्शन और जिज्ञासा के साथ सपने हकीकत बन सकते हैं।



