प्राकृतिक खेती से किसानों के आदर्श बने राकेश तिवारी – “विषमुक्त भोजन ही तनावमुक्त जीवन की कुंजी”

मुंगेली। छत्तीसगढ़ किसान संघर्ष समिति के प्रांताध्यक्ष और प्रतिष्ठित किसान श्री राकेश तिवारी आज खेती में नवाचार के पर्याय बन चुके हैं। लगभग 10 एकड़ भूमि पर वे वर्षों से रसायन मुक्त, गौ-आधारित प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और किसानों को नई राह दिखा रहे हैं।

श्री तिवारी न सिर्फ खेती करते हैं बल्कि आर्ट ऑफ लिविंग संस्था से जुड़े प्राकृतिक कृषि प्रशिक्षक भी हैं। वे नियमित रूप से तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाकर किसानों को गौ-आधारित खेती के गुर सिखाते हैं। उनकी प्रेरक यात्रा और खेती के अनुभव समय-समय पर सोशल मीडिया के वीडियो, रील और ब्लॉग के माध्यम से हजारों किसानों तक पहुँच रहे हैं।
हमसे चर्चा में श्री तिवारी ने कहा –
“जैसे हर परिवार अपने डॉक्टर, वकील और हेल्थ एडवाइज़र की सेवाएं लेता है, उसी तरह जिस दिन परिवार अपने लिए एक ‘फैमिली किसान’ को अपनाएगा, उस दिन हमारी थाली में शुद्ध, सात्विक और जहरमुक्त भोजन पहुँचेगा। यही हमारे विषमुक्त भोजन और तनावमुक्त जीवन की असली परिकल्पना होगी।”
प्राकृतिक खेती को अपनाने और इसके महत्व को समझाने की दिशा में उनका यह संदेश न केवल किसानों बल्कि आम जनमानस के लिए भी प्रेरणा बन रहा है।



