
04 अगस्त 2025 सोमवार – सरगांव के गौठान में निस्वार्थ सेवा की मिसाल: 200 से अधिक गौवंश की हो रही समर्पित देख भाल.. जय हनुमान गौ माता सेवा समिति कर रही अनूठा कार्य, नगर पंचायत व प्रशासन का मिल रहा सहयोग…बेसहारा सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों के लिए सरगांव का गौठान एक नई उम्मीद की किरण बनकर सामने आया है। नगर पंचायत सरगांव के वार्ड क्रमांक 2 मौहारपारा में स्थित इस गौठान में जय हनुमान गौ माता स्व सहायता सेवा समिति के द्वारा प्रतिदिन 200 से अधिक गौवंश की सेवा की जा रही है।इस समिति के 20 समर्पित सदस्य पूरी निष्ठा और लगन के साथ गायों के लिए चारा-पानी, चिकित्सा सेवा और स्वच्छता व्यवस्था का संचालन कर रहे हैं। समिति का गठन हाल ही में 1 जुलाई 2025 को किया गया है, लेकिन इतने कम समय में ही इसने जो सेवा कार्य किया है, वह पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है।प्रशासन और जनभागीदारी से मिल रही मजबूती समिति के सदस्यों ने बताया कि कई पशु मालिक लापरवाही बरतते हुए अपने मवेशियों को सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर छोड़ देते हैं, जिससे दुर्घटना और अस्वच्छता की स्थिति उत्पन्न होती है। ऐसे हालात में यह गौठान और समिति उन बेसहारा गौवंशों के लिए एक संरक्षित आश्रय स्थल बन गया है।इस सेवा कार्य को मजबूती प्रदान करने में मुख्य नगर पालिका अधिकारी घनश्याम शर्मा, थाना प्रभारी संतोष शर्मा, नगर पंचायत अध्यक्ष परमानंद साहू और अन्य नगरपालिका कर्मचारियों का निरंतर सहयोग मिल रहा है। ये अधिकारी समय-समय पर गौठान का निरीक्षण करते हैं और समिति को चारा, दवाइयां, श्रमदान, आर्थिक सहायता और अनाज दान के माध्यम से सहयोग प्रदान करते हैं।
स्वच्छता का संदेश भी फैला रही समिति
नगर में हर सोमवार और शुक्रवार को लगने वाले सब्जी बाजार में पहले व्यापारी बची हुई सब्जियां नालियों में फेंक देते थे। अब समिति के सदस्य इन सब्जियों को एकत्र कर गौठान लाते हैं और उन्हें गौवंश को खिलाते हैं। इससे जहां गौ सेवा हो रही है, वहीं नगरवासियों में स्वच्छता और पुनः उपयोग का संदेश भी पहुंच रहा है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी घनश्याम शर्मा ने बताया कि नगर में गौवंश सेवा के लिए तीन अलग-अलग टीमें कार्यरत हैं –
- पहली टीम गौठान में 200 से अधिक गौवंश की सेवा में लगी है।
- दूसरी टीम सड़कों पर घूम रहे मवेशियों को पकड़कर उन्मुक्त खेल मैदान में सुरक्षित रख रही है।
- तीसरी टीम घायल और बीमार मवेशियों का इलाज कर उन्हें पुनः स्वस्थ कर रही है।