कुकदुर थाना के ग्राम चांटा के पास दर्दनाक हादसा: बोर खनन ट्रक खाई में गिरा,5 की मौत,4 घायल…

पंडरिया/कवर्धा 11 जुलाई 2025
-पंडरिया विकासखंड के अंतर्गत कुकदुर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया। ग्राम चांटा के पास एक बोर खनन करने वाली भारी वाहन (बोरिंग ट्रक) ब्रेक फेल होने के कारण अनियंत्रित होकर करीब 40 से 50 फीट गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में अब तक 5 मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है,जबकि 4 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ के मजदूर शामिल हैं।
हादसा सुबह करीब 7:30 बजे हुआ,जब शहडोल (मध्यप्रदेश) से बेमेतरा की ओर जा रही बोरिंग मशीन से लैस ट्रक (क्रमांक TN 88 D 1702) अचानक ब्रेक फेल हो जाने से नियंत्रण खो बैठा और खाई में जा गिरा। घटना की जानकारी तब मिली जब कुछ ग्रामीणों ने खाई में पलटी हुई गाड़ी को देखा और तत्काल पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर कुकदुर पुलिस,112 एंबुलेंस और प्रशासनिक अमला तत्काल पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
घटना में मौके पर ही 3 मजदूरों की मौत हो गई थी,जबकि 6 घायल मजदूरों को तत्काल कुकदुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद 2 और मजदूरों ने दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान इस प्रकार की गई है:

- गजेंद्र राम, पिता रंगू राम, उम्र 30 वर्ष, निवासी ठेठे टांगर,थाना कुनकुरी,जिला जशपुर 2. सुभाष राम, पिता बलदेव राम,उम्र 25 वर्ष, ग्राम बरागजोर, थाना कुनकुरी, जिला जशपुर 3. हरीश,पिता चंद्राराम,उम्र 19 वर्ष,जाति भुईहर,ग्राम बरागजोर,थाना कुनकुरी, जिला जशपुर 4. देवधर, पिता देवभोराम,उम्र 45 वर्ष,निवासी नारियरढार, थाना भन्सानेल, जिला जशपुर 5. राज,उम्र 50 वर्ष,निवासी तिर चूमगोड़, थाना नामकल, जिला नामकल, तमिलनाडु
घायलों में 4 मजदूरों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है, जिनमें से कुछ की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।
गाड़ी का चालक हरि वलगन तथा मालिक किशोर तंगवेल, दोनों तमिलनाडु के निवासी हैं। हादसे के बाद पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में हादसे का मुख्य कारण ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है।
घटनास्थल की स्थिति अत्यंत भयावह थी। ट्रक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका था और मलबे से शवों को निकालने में बचाव दल को भारी मशक्कत करनी पड़ी। घना जंगल और घाटी होने के कारण राहत कार्य में बाधाएं आईं।
यह हादसा एक बार फिर कबीरधाम जिले में सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। पिछले कुछ वर्षों से जिले में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। विशेषज्ञों और नागरिकों का मानना है कि तेज रफ्तार,बढ़िया सड़कें,भारी वाहनों की अनदेखी तकनीकी जांच और चालकों की लापरवाही मिलकर इन घटनाओं को जन्म देती हैं।
जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। इस हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है,और गांवों में मातम पसरा हुआ है। पीड़ित परिवारों के प्रति हर किसी की संवेदनाएं उमड़ रही हैं।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और शवों का पोस्टमार्टम कर उन्हें परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है।