मुंगेली में सिंधी समाज का आस्था महाकुंभ, श्री झूलेलाल चालिहा महोत्सव में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब…

मुंगेली 22 दिसंबर 2025
सिंधी समाज के आराध्य देव श्री झूलेलाल सांई जी का पावन 40 दिवसीय चालिहा महोत्सव नगर के श्री झूलेलाल मंदिर में श्रद्धा, भक्ति और पारंपरिक धार्मिक गरिमा के साथ निरंतर जारी है। महोत्सव के दौरान मंदिर परिसर पूरी तरह भक्तिमय वातावरण से सराबोर नजर आ रहा है।
समाजजन सुबह से देर शाम तक पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन, धुनी एवं सेवा कार्यों के माध्यम से अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति से यह आयोजन एक आस्था महाकुंभ का रूप ले चुका है।
चालिहा महोत्सव का धार्मिक महत्व
चालिहा महोत्सव सिंधी समाज का अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व माना जाता है। इस दौरान 40 दिनों तक व्रत, संयम, पूजा और सेवा की परंपरा निभाई जाती है। मान्यता है कि इस अवधि में श्रद्धा और सेवा भाव से की गई साधना से परिवार में सुख-समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
22 नवंबर से 31 दिसंबर तक निरंतर आयोजन
मंदिर समिति के संरक्षक श्री मोहन भोजवानी ने बताया कि इस वर्ष चालिहा महोत्सव का शुभारंभ 22 नवंबर से हुआ है, जो 31 दिसंबर तक निरंतर चलेगा। इस दौरान मंदिर परिसर में घाघर स्थापित कर विधि-विधान से पूजा-पाठ, आरती और धुनी की जा रही है।
प्रतिदिन शाम 7:30 बजे से रात 9:15 बजे तक श्री झूलेलाल मंदिर में धुनी, भजन-कीर्तन एवं श्री झूलेलाल सांई जी की महिमा का श्रवण कराया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी सहभागिता देखने को मिल रही है।
महिलाओं और बच्चों की विशेष भागीदारी
धार्मिक आयोजनों में समाज के सभी वर्गों की सहभागिता देखने को मिल रही है। विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों में चालिहा महोत्सव को लेकर खास उत्साह नजर आ रहा है। महिलाएं भक्ति रस से सराबोर भजनों पर भाव-विभोर होकर आरती व कीर्तन में शामिल हो रही हैं, वहीं बच्चे भी नियमित रूप से मंदिर पहुंचकर प्रसाद वितरण और लंगर सेवा में सहयोग कर रहे हैं।
लंगर सेवा बनी सामाजिक एकता का प्रतीक
भजन-कीर्तन के पश्चात प्रतिदिन प्रसाद वितरण और सामूहिक लंगर की व्यवस्था की गई है। मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री नंदलाल राजेश ने बताया कि लंगर का प्रसाद समाज की महिलाओं द्वारा तैयार किया जा रहा है, जिसमें समाज के सभी लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।



