
मंगलवार 21 अक्टूबर 2025 – इस बार लोरमी के गौसेवकों ने दिवाली पर्व को एक अनोखे और प्रेरणादायक तरीके से मनाया। जहाँ एक ओर लोग अपने घरों में दीप प्रज्वलित कर मिठाइयाँ बाँट रहे थे, वहीं दूसरी ओर गौसेवकों के समूह ने गौमाता और आवारा पशुओं के साथ खुशियों की दिवाली मनाई।
गौसेवकों ने शहर के विभिन्न इलाकों में घूम-घूमकर आवारा गायों और अन्य पशुओं को फल, सब्ज़ियाँ और मिठाइयाँ खिलाई। इस दौरान गौसेवकों ने दीप जलाकर गौमाता के चरणों में आरती उतारी और सभी के कल्याण की कामना की।
कार्यक्रम में शामिल गौसेवकों ने बताया कि “सच्ची दिवाली वही है, जिसमें हम उन प्राणियों के साथ खुशियाँ बाँटें जो बोल नहीं सकते, पर स्नेह को समझते हैं।” इस पहल की शहरवासियों ने जमकर सराहना की और इसे समाज के लिए अनुकरणीय बताया।
गौसेवकों का यह संदेश था कि त्यौहार केवल घरों की रौनक बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि दया, सेवा और करुणा का संदेश फैलाने के लिए भी होते हैं।



