मानियारी टाईम्स न्यूज़ 24
राहुल यादव एडिटर & चीफ रायपुर
रायपुर 21 अप्रैल 2024 दिन रविवार-
छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाईगर रिजर्व [ATR] में लगातार जंगली जानवरों का बेरहमी से शिकार होता रहा है वैसे अचानकमार अभ्यारण्य छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक खूबसूरती का एक अनुपम उदाहरण हैं लेकिन यहाँ कई सालों से वन्य प्राणियों सहित वन्य हरे भरे और बेशकीमती ईमारती लकड़ियों की तस्करी करने वाले सफेदपोस लुटेरे खुलेआम जंगलों में शिकार और तस्करी करते रहे हैं गौरतलब हैं कि विभाग के नाक में जू भी आखिर क्यों नई रेंगती आखिर कब लगेगा अंकुश बेजुबान वन्य जीवों की तस्करी और मौत का गोरखधंधा ।
यह बात अपने आप मे ही एक बड़ा सवाल है ,,, कोई सुध लेना वाला आखिर क्यों नहीं है।
हर वर्ष में लगभग कइयों मामले हैं जिसमे वन्यजीवो के शिकार हुए हैं या उनका शव मिला है जिसमे गजराज भी शामिल..
छत्तीसगढ़ के अचानकमार अभयारण्य में अभी कुछ दिन पहले भूतकछार बिट पर हाथी का शिकार हुए था जिसमे करंट तार भी बरामद किया गया था और एक आरोपी को वन विभाग के द्वारा गिरफ्तार कर अपना पीठ भी खूब सराहा था लाजमी है कि अभी तक इस मामले में और आरोपी गिरफ्तार आखिर क्यों नही हुए भला एक आदमी एक हाथी का अकेला कैसे शिकार कर सकता है फील हाल इसमें विभाग जाँच कर रही हैं ।
परसवारा के गुनापुर जंगल मे जंगली भेस का हुआ था शिकार..
मिली जानकारी के मुताबिक लगभग 6 माह पहले ग्राम पंचायत गुनापुर में जंगली भेस का शिकार हुए था जिसमे कुछ लोगो को गिरफ्तार भी किया गया था।
खुड़िया वन क्षेत्र में भालू का मिला था शव ।
ज्ञात हो कुछ दिनों पहले ही एक नर भालू का शव मिला था जिसका अंतिम संस्कार वन विभाग के द्वारा कारीडोंगरी रेस्ट हाउस में किया गया था ।
जंगल के आस पास के ग्रामीणों के साथ वन्यजीव का समय समय होते रहता है मुठभेड़।
अचानकमार टाईगर रिजर्व से जुड़े वन्य इलाके में वन्य जीवों का लगातार आस पास के ग्रामवाशियो से होता रहता मुठभेड़।
केस 1 – ग्राम पंचायत परवारा में दो भालुओं ने किया एक ग्रामीण पर हमला जैसे तैसे ग्रामीण ने अपनी जान बचा ली थी ।
केस 2 – खुड़िया चौकी अंतर्गत जंगली सूअर के दहशत ने ले लिया था एक ग्रामीण की जान दरसल पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वह ग्रामीण लकड़ी लाने जंगल गया था तभी उसका सामना जंगली सुअर से हो गया और सुअर ने उसके पैर को काटलिया था जिसका सदमा वो शह नई सका और जंगल मे खुद फाशी भी लगा कर आत्महत्या कर लिया था न जाने और कितने ऐसे गंभीर मामले हैं जिसमे या तो जंगली जानवरों ने इन्शान का किया शिकार या फिर सफेदपोस वाले शिकारियों के द्वारा जंगली जानवरों की मास खाल और प्राण के सौदागरों के लिए वन्य प्राणी कुर्बान होते रहेंगे।
फ़िलहाल वनविभाग को मिली इस बार बढ़ी सफलता शिकारियों को वन विभाग की टीम ने धर दबोचा।
क्षेत्रीय वनमण्डल बिलासपुर एवं अचानकमार टाइगर रिज़र्व की संयुक्त टीम द्वारा पेशेवर तरीक़े से वन्य जीव तस्करी करते 5 आरोपी पकड़ाये जिन्हें न्यायालय में पेश कर जेल दाख़िला किया गया
मिली जानकारी के अनुसार कोटा परिक्षेत्र अंतर्गत सीवी रमन कॉलेज के पास खुड़िया बाज़ारपारा और ग्राम चचेड़ी निवासी 5 व्यक्तियों द्वारा अनुसूची 1 के जीव पेंगोलिन की शल्क के साथ दाँत एवं हड्डियाँ की बिक्री करने सौदा उपरांत चारपहिया वहाँ आर्टिगा क्रcg10 BP 3346 में सवार अमन पिता तुलसीराम करीकानत रमेश पिता मनराखन क़त्लम भरत पिता रेवाराम ध्रुव रिंकु पिता गंगाराम मरावी अंकित पिता लतेल जोगाँश सभी निवासी बाज़ारपारा खुड़िया ज़िला मुँगेली द्वारा लाकर सौदा किया जा रहा था तभी एटीआर का तथा कोटा सामान्य स्टाफ़ द्वारा घेरकर पकड़ा गया तथा पूछताच कर वाहन सामग्री सहित गिरफ़्तार कर उनकी निषांदेही पर खुड़िया रेंज के दुल्लापर बीट के आलमखार के जंगल से खुदाई कर अवशेष जप्त कर कार्यवाही की गई अभी और आरोपियों की संभावना है कार्यवाही मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर एवं संचालक एटीआर के निर्देशन में डीएफ़ओ बिलासपुर एवं सहायक संचालक एटीआर के मार्गदर्शन में उप वनमंडल अधिकारी कोटा एवं बिलासपुर सहायक संचालक लोरमी बफ़र एवं उनके मातहत स्टाफ़ द्वारा की गई ।