लोरमी 12 दिसम्बर 2024
-सेवा ही परम धर्म है।प्राणीमात्र की चिन्ता, पर्यावरण संरक्षण, सान्सकृतिक, साहित्यिक, सामाजिक वैभव और विरासत की रक्षा सेवा के ही अंग है।राष्ट्र सेवा ही ईश्वर की सच्ची उपासना है।यह विचार गीता जयन्ती के अवसर शासकीय महाविद्यालय कोतरी द्वारा शासकीय प्राथमिक विद्यालय सेमरसल मे सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई द्वारा आयोजित शिविर के पंचम दिवस के उद्बोधन मे मनियारी साहित्य एवम सेवा समिति लोरमी के सचिव, शिक्षाविद, साहित्यकार व कथाकार डॉक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमान्शु महाराज ने व्यक्त किए। उन्होने भगवत गीता को विश्व का सर्वोत्कृष्ट, सार्वकालिक, सार्वभौमिक व समसामयिक ग्रन्थ बतलाते हुए योगेश्वर श्रीकृष्ण द्वारा कुरूक्षेत्र के मैदान मे अर्जुन के माध्यम से विश्व को दिए गए कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्ति योग पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होने विद्यार्थियो को गीता की पुस्तक भी वितरण किया।अध्यक्षीय वक्तव्य मे श्री महेत्तर राम कश्यप ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवको द्वारा किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा करते हुए विविध संस्मरण पर प्रकाश डाला। उक्त कार्यक्रम को खेदू सिंह क्षत्रिय राजकुमार कश्यप, ने भी संबोधित किया। उक्त अवसर पर कार्यक्रम प्रभारी कृष्णकुमार जायसवाल द्वारा डाक्टर तिवारी सहित सभी अतिथियो का बैज लगाकर तथा सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित करते हुए आभार व्यक्त किया गया। उक्त कार्यक्रम मे ग्राम के वरिष्ठ नागरिक, प्राथमिक शाला के समस्त स्टाफ व राष्ट्रीय सेवा से जूडे समस्त छात्र छात्राए उपस्थित थे।