सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के मैनेजर ने जन लोक अदालत को बनाया मजाक…

गजेंद्र खत्री जिला सवांददाता मुंगेली-
मुंगेली 14 मई 2025 – मुंगेली जिले में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।जिसमे विवाह संबंधी विवाद, ऋण, श्रमिक और अन्य सिविल मामलों सहित न्यायालयीन और विभागीय प्रकरणों के निपटारे के लिए 8 खंडपीठों का गठन किया गया था।बता दे कि लोक अदालत का उद्देश्य कम समय और कम खर्च में न्याय उपलब्ध कराना है। यह एक ऐसा मंच है, जहां आपसी सहमति से मामलों का निपटारा होता है, और इसमें अपील की कोई गुंजाइश नहीं होती।आज मुंगेली जिले में 1900 से अधिक प्रकरणों की सुनवाई के लिए आवेदन प्रस्तुत किए गए, जिनमे से अनेक मामलो का सफल समाधान भी हुआ।वैसे ही हर बैक का भी ज़न लोक अदालत मे शिविर के माध्यम से बैक संबंधित मामलो का निपटारा किया जाता है जहाँ सभी बैंक के कर्मचारी और उसके अधिकारी वहाँ उपस्थित रहकर मामले का निराकरण किया जाता है और सभी बैंक के द्वारा इस जन लोक अदालत मे कर्ज या लोन संबंधित मामले का निपटारा किया जाता है पर मुंगेली जिले का एक बैंक है बैंक आफ इंडिया जिसने जन लोक अदालत को मजाक बना दिया है इस बैंक से जन लोक अदालत के माध्यम से जो फायदा होना चाहिए था वो नही हुआ। मुंगेली मे जन लोक अदालत मे सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के तरफ से जिस व्यक्ति को बिठाया गया उस व्यक्ति को उसे इस जन लोक अदालत के और बैंक के बारे मे कुछ जानकारी नही था बस एक व्यक्ति को फार्मेल्टी के रूप मे बिठाया गया था वही अन्य बैंक के स्टाल मे बैंक संबंधित मामलो का वही निराकरण वही किया जा रहा था।वही ज़ब इस मामले पर बैंक मैनेजर रमाकांत हटगिया से इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।

जाहिर सी बात है की जन लोक अदालत लगा कर आम नागरिकों को राहत देने के लिए लगाया जाता है और लोगों को इसका फायदा भी मिल रहा है पर वही मुंगेली जिले के सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के मनेजर के इस लापरवाही पूर्वक हरकत से बहुत से लोगों को इस जन लोक अदालत का फायदा नही मिल पाया है। और इसकी शिकायत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से करने का मन बना रहें है।